Manzar Ansari

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प्यार की हद्द


प्रतियोगिता हेतु 

.आगाज़ ए जिंदगी.
     प्यार की हद्द 


कल मेरे रिश्ते वाले आ रहे है, जो मेरे अच्छे नसीब की दुआएं माँगा करती थी, मेरी अम्मा मेरे अब्बा मेरे पास नहीं है, काश तुम होते तुम्हारी दुआओं की ज़रूरत थी मुझे, काश थोड़ा सा और जी लेते अपनी बेटी की शादी देख लेते,अल्लाह सें रो रो कर मेरी अम्मा मेरे बेहतर नसीब की दुआएं माँगा करती थी,
अधूरी अधूरी सी लगती है खुशियाँ तुम दोनों के बिना.
दिल कहता है, काश एक झलक मिल जाये तुम्हारी और मै इन तरसती आँखों सें अपनी अम्मा अब्बा कों देख लू, उनके हाथो कों चूम लू...
उनको बताऊ मुझे उन की कितनी याद आती है.
अब कहा मिलेंगे वों दो चेहरे रो रो कर अपनी जान भी दे दू फिर भी नहीं मिल पाएंगे....
लेकिन अल्लाह उन कों जन्नत मै आला सें आला मक़ाम आता करे...
माँ बाप सें बढ़कर प्यार करने वाले हमारी जिंदगी सें चलें गए...
बचपन के दिन याद आते है, जब मै स्कूल नहीं जाती थी, मेरे अब्बा जी मेरे साथ मेरी क्लास मे बैठ जाते है, मै कभी अपनी किताब मे देखती तो कभी उन कों देखती कही मुझे छोड़ कर ना चलें जाये..
जब मुझे यकीन हो जाता की वों मुझे छोड़ कर नहीं जायेंगे तभी अचानक सें मै पीछे देखती वों मुझे छोड़ कर चलें जाते थे, ऐसे ही आज वों मुझे छोड़ कर चलें गए उन्होंने वादा क्या था वों मेरी शादी देखेंगे.
लेकिन आज जब मे उन्हें पुकारू भी तो वों नहीं आ सकते धोखा देकर जाने की आदत है उनकी.
लेकिन जब मै छोटी थी, जब छुट्टी होती वों मुझे दरवाज़े पऱ मिल जाते थे, और मुझे दौड़ कर गले लगा लेते थे, काश आज भी आ जाये कही सें और मुझे गले लगा ले, और मेरी खुशियों मे शामिल हो जाये.
मुझे दुआएं दे अपनी बेटी कों प्यार करे.
काश कही सें आ जाये.....


प्यार की हद्द 
मंज़र अंसारी ✍🏻



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3 Comments

Gunjan Kamal

23-Nov-2022 05:21 PM

👏👌🙏🏻

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Peehu saini

22-Nov-2022 04:20 PM

Adwitiya 🌹👏

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अदिति झा

20-Nov-2022 10:51 PM

बहुत खूब

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